सिम कार्ड के जरिए साइबर ठगी करने वाला गिरोह गिरफ्तार, यूपी एसटीएफ ने 6 लोगों को किया अरेस्ट
UP News: एसटीएफ के अनुसार ओमप्रकाश अग्रहरि ने पहले हच फिर वोडाफोन और बाद में जियो कंपनियों में डिस्ट्रीब्यूटर और सेल्स एग्जीक्यूटिव की भूमिका निभाई थी.

Chitrakoot News: उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए चित्रकूट के राजापुर क्षेत्र से सिम कार्ड के जरिए साइबर क्राइम को बढ़ावा देने वाले एक संगठित गिरोह का भंडाफोड़ किया है. गिरोह के सरगना ओमप्रकाश अग्रहरि सहित कुल 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
एसटीएफ को लंबे समय से जानकारी मिल रही थी कि कुछ लोग टेलीकॉम कंपनियों के अधिकारियों से मिलीभगत कर फर्जी आईडी पर सिम कार्ड एक्टिवेट कर रहे हैं और उन्हें साइबर ठगों को बेच रहे हैं. गिरोह द्वारा एक्टिवेट किए गए सिम का इस्तेमाल डिजिटल अरेस्ट, स्टॉक मार्केट ठगी, पार्सल स्कैम जैसे साइबर अपराधों में किया जा रहा था.
गिरफ्तार आरोपियों में अग्रहरि कम्युनिकेशन का मालिक ओमप्रकाश अग्रहरि (गैंग लीडर), वोडाफोन आइडिया के सेल्स एग्जीक्यूटिव शिवदयाल निषाद और जितेन्द्र कुमार, वकील और डिस्ट्रीब्यूटर राहुल पांडेय, पीओएस एजेंट शिवबाबू और रवि स्टूडियो का मालिक सुरेन्द्र सिंह शामिल हैं. गिरोह से 31 मोबाइल फोन, 87 फर्जी आधार कार्ड, 514 एक्टिव सिम कार्ड, 561 अनएक्टिवेटेड ब्लैंक सिम कार्ड, 3 बायोमैट्रिक स्कैनर, एक सीपीयू और 7,250 रुपये नकद बरामद हुए हैं.
एसटीएफ के अनुसार ओमप्रकाश अग्रहरि ने पहले हच फिर वोडाफोन और बाद में जियो कंपनियों में डिस्ट्रीब्यूटर और सेल्स एग्जीक्यूटिव की भूमिका निभाई थी. वर्ष 2023 में जब वोडाफोन आइडिया ने उसकी डिस्ट्रीब्यूटरशिप खत्म कर दी, तब गिरोह ने मिलकर फर्जी पीओएस एजेंट बनाए और उनके नाम पर सिम एक्टिवेट कर एक कस्टमर को एक सिम देकर दूसरा सिम खुद रख लेते थे.
इन सिम कार्डों को बड़ी संख्या में एकत्र कर गिरोह उन्हें साइबर ठगों को ऊंचे दामों पर बेचता था. इन सिमों को एक्टिवेट करने में फर्जी आधार कार्ड का भी इस्तेमाल होता था जिसे रवि स्टूडियो के मालिक सुरेन्द्र सिंह बनाता था. अब तक गिरोह द्वारा 10,000 से ज्यादा फर्जी सिम कार्ड एक्टिवेट कर बेचने की जानकारी सामने आई है. इस पूरे मामले में साइबर अपराधों से जुड़े और भी लोगों की तलाश जारी है. गिरफ्तार आरोपियों से बरामद इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का फॉरेंसिक परीक्षण कराया जाएगा.
गिरोह के खिलाफ थाना राजापुर में आईपीसी की कई गंभीर धाराओं के तहत केस दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है. देशभर में साइबर ठगी के मामलों में बढ़ोतरी के पीछे बड़ी वजह फर्जी सिम कार्डों की उपलब्धता है. साइबर अपराधी इन्हीं सिमों के जरिए अनजान लोगों को कॉल कर ठगी करते हैं और पकड़ से दूर रहते हैं. एसटीएफ की यह कार्रवाई ऐसे गिरोहों पर लगाम लगाने की दिशा में एक बड़ी सफलता मानी जा रही है.